वडोदरा : शहर के सयाजी अस्पताल स्थित प्रसूतिगृह में चौंकानेवाला मामला सामने आया है। जिसमें खुद कोरोना पॉजिटिव होने के बावजूद महिला ने स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया। डिलीवरी के बाद महिला और नवजात की रिपोर्ट किए जाने पर हुए इस खुलासे से डॉक्टर्स भी अचंभित हो गए। हालांकि उसे तुरंत ही बच्ची से दूर कर आइसोलेशन वोर्ड में रखा गया। सात दिनों बाद जब वह स्वस्थ होकर बच्ची से मिली तब उसकी आंखों में खुशी के आंसू छलक उठे थे।
संवाददाता के मुताबिक, शहर के रेड जोन नवापुरा निवासी हसीन सरफराजखान पठान गर्भवती थी। और उनका इलाज जमनाबाई अस्पताल में चल रहा था। 16 मई को प्रसव पीड़ा के कारण उन्हें सयाजी अस्पताल के रूक्मणी चैना के प्रसूति गृह में भर्ती किया गया। वहां नार्मल डिलीवरी की सारी कोशिशें नाकाम होने के कारण 17 मई को उसका सीजेरियन ऑपरेशन किया गया। जिसमें उसने एक बेटी को जन्म दिया।
डिलीवरी के बाद सावधानी के तौर पर डॉक्टर्स ने मां बेटी के सेम्पल की जांच की। जिसमें हसीना की रिपोर्ट पॉजीटिव और नवजात की रिपोर्ट निगेटिव आई। यह रिपोर्ट देख चौंक गए डॉक्टर्स ने महिला को तुरंत बच्ची से अलग कर आईसोलेशन वार्ड में भर्ती किया। जहां 7 दिनों तक उसको बच्ची का वीडियो दिखाकर शांत रखा गया। इस दौरान बच्ची को मदर मिल्क के सहारे रखा गया। बादमें दोनों की रिपोर्ट निगेटिव आने पर डॉक्टर्स ने राहत की सांस ली।