अहमदाबाद : विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की अगुवाई में कोरोना का उपचार खोजने के लिए खास क्लीनिकल ट्रायल होनेवाले है। जिसमें गुजरात के चार शहर हिस्सा लेंगे। इनमें अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत, और राजकोट शामिल हैं। इस ट्रायल में चार दवाओं रेमडेसिवीर, लोपिनाविर, हाईड्रोक्सीक्लोरोक्विन और इंटरफेरॉन के रोगियों पर असर और कोरोना मरीजों की देखभाल के मानक तय किए जाएंगे। ट्रायल में दुनिया के करीब 100 देश हिस्सा लेंगे।
गुजरात की मुख्य स्वास्थ्य सचिव जयंती रवि ने बताया कि, क्लीनिकल ट्रायल में मरीजों की सेहत में सुधार, मृत्युदर, वेंटिलेटर सपोर्ट की जरूरत और अन्य दवाओं के रिएक्शन आदि पर चर्चा होगी। जिसमें हिस्सा लेने के लिए अहमदाबाद से बीजे मेडिकल कॉलेज और सरदार वल्लभभाई पटेल अस्पताल, वडोदरा से गुजरात मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च सोसायटी मेडिकल कॉलेज, सूरत का न्यू सिविल अस्पतला और राजकोट से पंडित दीनदयाल उपाध्याय मेडिकल कॉलेज को चुना गया है।
ट्रायल के दौरान कोरोना उपचार के चार विकल्पों पर उनके परस्पर प्रभावों के आधार पर अध्ययन किया जाएगा। इसका उद्दैश्य तेजी से यह पता लगाना है कि क्या चारों दवाओं में से कौन सी दवा बीमारी को धीमा कर पाती है, रोक पाती है, या फिर मरीज के जीवित रहने की संभावना को बेहतर बनाती है। इस ट्रायल के बाद दूसरी दवाइयों को शामिल करने के बारेमें निर्णय लिया जाएगा। जिसमें दुनियाभर के 100 देश शामिल होंगे।