सूरत : वराछा निवासी 7 माह की गर्भवती कलेक्टर कचहरी पहुंची थी। और उसने सौराष्ट्र जाने के लिए मदद की गुहार लगाई। हालांकि वहां मौजूद कर्मचारी ने उन्हें ऑनलाइन आवेदन देने की सलाह दी। इस पर महिला ने बताया कि, चार-पांच दिनों से कोशिश कर रही हूं। लेकिन ऑनलाइन पल्ले नहीं पड़ने के कारण यहां आई हूं।
संवाददाता के मुताबिक, राजकोट की जेतपुर तहसील के थाणा गालोड की रहनेवाली 28 वर्षीय वनिताबेन बुटाणी की शादी सूरत में हुई। पति-पत्नी आम्रकुंज सोसायटी में किराए पर रहते है। और पति एम्ब्रॉयडरी का काम करता है। हालांकि लोकडाउन के कारण वह पिछले दो महीने से बेरोजगार हैं। इसी कारण पड़ौसी उसकी देखभाल कर रहे थे। लेकिन अब डिलीवरी का समय नजदीक होने के कारण वह मायके जाना चाहती है।
वनिताबेन ने बताया कि सौराष्ट्र जाने के लिए उसने 5 दिनों तक ऑनलाइन परमिशन लेने की कोशिशें की। लेकिन ज्यादा पढ़ी लिखी नहीं होने के कारण पल्ले नहीं पड़ा। इसी कारण आखिर में उसे कलेक्टर के सामने गुहार लगाने आना पड़ा है। बहरहाल कचहरी के कर्मचारियों द्वारा गर्भवती महिला की परमिशन के लिए जरूरी कार्रवाई की गई है। और जल्द ही उसे मायके जाने की मंजूरी मिल जाएगी।