गुजरात : पूर्व डीन के डोक्टर बेटेने मांगी कोविड वोर्ड में ड्यूटी, महिला डॉक्टरने बताया ‘कोल ऑफ ड्यूटी’
राजकोट : देशभर में कोरोना का कहर छाया है। और बॉर्डर पर खड़े सैनिकों की तरह डॉक्टर्स मरीजों की सेवामें जुट गए है। हालांकि इस कठिन समय में कुछ डॉक्टर्स अपना छोटा-मोटा क्लिनिक बंद कर पलायन हो चुके है। तो कुछ डॉक्टर्स सामने से कोरोना पीड़ितों की सेवा के लिए आगे आ रहे है। शहर के ऐसे ही दो युवा डॉक्टर्स में कोविड मरीजों की सेवा का जज्बा दिखाई दिया है। सरकारी अस्पताल के पूर्व डीन के डोक्टर बेटेने सामने से कोविड वोर्डमें ड्यूटी मांगी है। तो महिला डॉक्टरने इसे ‘कोल ऑफ ड्यूटी’ बताकर अपना इस्तीफा वापिस ले लिया है।
पूर्व डीन के डोक्टर बेटे श्रीम वछराज ने बताया कि, मैंने राजकोट की पीडीयु मेडिकल कॉलेज से अपनी डिग्री ली है। मेरे पिता सरकारी अस्पताल में डीन और सुपरिटेंडेंट रह चुके है। और उन्होंने ही मुजे डोक्टर का सही मतलब समजाया है। इसी कारण मैंने सामने से कोविड वोर्ड में ड्यूटी मांगी थी। और अब इसी वोर्डमें कोरोना मरीजों की सेवा कर रहा हूं। कोरोना वायरस के खौफ से अपने क्लिनिक बंद करनेवाले डॉक्टर्स को भी श्रीम ने डर छोड़कर लोगों की सेवा करने की अपील की है।
श्रेया पंडित के मुताबिक, उसने अहमदाबाद से अपनी डिग्री ली है। और पिछले 1 साल से राजकोट सिविल अस्पताल में कार्यरत है। हालांकि नीट में अच्छे मार्क्स आने पर आगे की पढ़ाई के लिए मैंने इस्तीफा दे दिया था। लेकिन कोरोना के कारण अपना इस्तीफा वापिस लेकर कोविड वोर्ड में ड्यूटी मांगी। मेरा मानना है कि, यह समय ‘कोल ऑफ ड्यूटी’ का है। इस समय मरीजों की सेवा करना सभी डॉक्टर्स का धर्म है। मेरे निर्णय में परिजनों ने भी पूरा सहयोग दिया है।