कोरोना वायरस : ईरान में फंसे 200 गुजराती, भारत सरकार से लगाई मदद की गुहार
वलसाड : चीन से शुरू होकर कई देशों में फैल चुके कोरोना वायरस के कारण वलसाड जिले समेत दक्षिण गुजरात के 200 से ज्यादा लोग ईरान में फंस गए हैं। वायरस फैलने के कारण कई देशों के बीच हवाई सेवा बंद होने के कारण वहां फंसे लोगों ने सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई है। फंसे हुए गुजरातीयों में भी ज्यादातर मछुआरे होने की जानकारी सामने आई है।
जानकारी के अनुसार इस रोग के फैलने से रोकथाम के लिए चीन, इराक, ईरान, दक्षिण कोरिया, जापान समेत कई देशों में हवाई सेवाओं पर असर पड़ा है। इसके अंतर्गत ईरान और दुबई के बीच विमान सेवा बंद की गई है। जिसके चलते कई सालों से ईरान में मछुआरी कर रहे वलसाड जिले की उमरगाम तहसील के मछुआरों समेत दौ सौ से ज्यादा भारतीय वहां फंस गए हैं। और यहां उनके परिजन भी चिंतित हैं।
मरोली गांव के पूर्व सरपंच राजेश केनी के अनुसार उमरगाम तटीय विस्तार के निवासी कई लोग ईरानमें मत्स्याटन के लिए गए है। लेकिन बंद हुई हवाई सेवा के कारण वे फंस गए हैं और यहां उनके परिजन भी चिंतित हैं। इसकी जानकारी जिला प्रशासन से लेकर संबंधित मंत्रालय तक पहुंचाने के लिए परिजन और अग्रणी प्रयासरत हैं। उमरगाम के विधायक और वन मंत्री रमण पाटकर ने भी इस बारेमें सरकार4से अनुरोध किया है।
इस मामले की खबर मिलते ही उमरगाम तालुका युवा संगठन सक्रिय हुआ। और शुक्रवार को कलक्टर को ज्ञापन दिया गया। जिसके मुताबिक, यहां के युवक ईरान के अलग-अलग प्रांतों में फंस गए हैं। कलगाम बारीयावाड़ निवासी सुरेन्द्र बारिया ने सोशल मीडिया में वीडियो के माध्यम से इसकी जानकारी दी है। इसी कारण युवा संगठन ने वहां फंसे भारतीयों के स्वदेश में वापसी के लिए हर संभव प्रयास का अनुरोध किया है।