गुजरात में मुस्लिम परिवार का बेटा जन्म लेते ही पाकिस्तानी बन गया ! जानिए पूरा मामला
अहमदाबाद : देशभर में CAA और NRC को लेकर विवाद चल रहे है। ऐसे में राजस्थान से मजदूरी करने आए हुए एक मुस्लिम परिवार का बेटा जन्म लेते ही पाकिस्तानी बन गया है। दरअसल 2018 में जन्में इस बच्चे के बर्थ सर्टिफिकेट में पाकिस्तान का एड्रेस लिखे जाने की हकीकत सामने आई है। जिसको जानते ही परिजनों के पैरों तले की जमीन खिसक गई है। और इस ग़लती को सुधारने के लिए वह कचहरी के चक्कर काटने लगे है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, रिवरफ्रंट के निर्माण के वक्त यहां से झोंपडीयों को हटाया गया था। बादमें इन लोगों को वटवा क्षेत्र में आवास दिए गए थे। 2015 में राजस्थान से आया अरबाजखान और महेकबानू का परिवार ऐसे ही एक आवास में किराए पर रहकर यहां मजदूरी का काम करते है। 1 अक्टूबर 2018 को इस परिवार में बेटे का जन्म हुआ। जिसका नाम महंमद उज्जेरखान रखा गया।
सरकार की आयुष्मान योजना और बीपीएल कार्ड में बेटे का नाम दर्ज करवाने गए पिता अरबाजखान को अब पता चला कि, बेटे के बर्थ सर्टिफिकेट के एड्रेस में पाकिस्तान लिखा हुआ है। उनका कहना है कि, वह पढ़ना-लिखना नहीं जानते है। बेटे के जन्म के बादमें पत्नी की भाभी ने मेरे महंमद उज्जेरखान का बर्थ सर्टिफिकेट निकलवा दिया था। जिसका कहाँ और क्या उपयोग होगा इसका भी उसे पता नहीं था।
अन्य सरकारी कार्ड बनाते समय इसमें पाकिस्तान लिखा होने की हकीकत जानकर हम कचहरी गए। लेकिन वहां कोई जवाब नहीं मिलने के कारण हमने स्थानीय कॉरपोरेटर बदरुद्दीन शेख का संपर्क किया। उनके द्वारा अधिकारियों से बात करने पर भी किसीने अपनी गलती का स्वीकार नहीं किया है। हालांकि इस मामले को लेकर शहर के मेयर द्वारा जल्द से जल्द जांच कर इसके लिए जिम्मेदार अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया है।
बदरुद्दीन शेख के मुताबिक, वटवा में चार मंजिला आवास बनाए गए थे। जिसमें हिन्दू और मुस्लिमों को अलग-अलग ब्लॉक में रखा गया है। जहां मुस्लिम रहते है उसे पाकिस्तान और जहां हिन्दू रहते है उसे हिंदुस्तान कहा जाता है। बहरहाल यह मानसिकता पॉलिटिशियनो के साथ अधिकारियों के मनमें घर कर चुकी होने के कारण ऐसी गलती होने का आरोप भी उन्होंने लगाया है। साथ ही सत्ताधारी पक्ष पर सवाल उठाए है।