भाजपा विधायक का इस्तीफा : कोंग्रेस ने मांगा सीएम का त्यागपत्र, बीजेपी बोली- पार्टीका आंतरिक मामला
वडोदरा : सावली भाजपा विधायक केतन इनामदार ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके लिए उन्होंने विकास के काम नहीं होने का कारण दिया है। मामले को लेकर राजकारण गर्माया है। और कोंग्रेस ने इसके लिए राज्य सरकार की नीतियों को जिम्मेदार ठहराते हुए सीएम विजय रुपाणी के त्यागपत्र की मांग कर दी है। हालांकि बीजेपी का कहना है कि, यह पार्टी का आंतरिक मामला है। कोंग्रेस को अपना घर संभालना चाहिए।
रुपाणी को त्यागपत्र देना चाहिए : मनीष दोषी
कांग्रेस प्रवक्ता मनीष दोशी के मुताबिक राज्य सरकार की नीतियों में पैरालिसिस का इनामदार ने इमानदारी से स्वीकार किया है। उनके इस्तीफे से रुपाणी सरकार की कार्यशैली पर कई सवाल उठने लगे है। रुपाणी के राज्य में न सिर्फ कोंग्रेस बल्कि, भाजपा के विधायक भी परेशान हो चुके है। ऐसे में स्वैच्छिक रुपसे अपनी असफलता का स्वीकार करते हुए रुपाणी को त्यागपत्र दे देना चाहिए।
कांग्रेस को अपना घर संभालना चाहिए : भरत पंडया
प्रदेश भाजपा प्रवक्ता भरत पंड्या ने कहा कि सावली विधायक ने अपने इलाके में काम नहीं होने को लेकर सिर्फ अपनी नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने किसी भी विषय पर सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार की बात नहीं कही है। इस संदर्भ में प्रदेश अध्यक्ष जीतू वाघाणी और मुख्यमंत्री विजय रूपाणी उनसे बातचीत करेंगे। साथ ही वह जिस अधिकारी से नाराज है, उसके खिलाफ जांच की जाएगी। जरूरत पड़ने पर उसके खिलाफ कार्रवाई भी होगी।
यह पार्टी का आंतरिक मामला है। कांग्रेस को अपना घर संभालना चाहिए। क्योंकि ऐसी बाते कोंग्रेस में तो आएदिन होती है। हमारे विधायक ने तो सिर्फ अपनी नाराजगी संबंधित प्रशासन के समक्ष रखी है। जिसको लेकर जरुरी कदम उठाए जाएंगे। और प्रजा के हितमें केतन इनामदार अपना इस्तीफा वापिस लेंगे इसका मुजे पूरा विश्वास है।
बतादे कि, दो वर्ष पहले भी इनामदार समेत दो अन्य भाजपा विधायकों-योगेश पटेल व मधु श्रीवास्तव ने वडोदरा के सर्किट हाउस में बैठक कर मंत्रियों व उच्च अधिकारियों की ओर से विधायकों की उपेक्षा की बात सार्वजनिक की थी। बादमें भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने तीनों विधायकों से बातचीत कर उन्हें मना लिया था। हालांकि इसबार नाराज विधायक को मनाने में बीजेपी को सफलता मिलती है या नहीं ये तो आनेवाला समय ही बताएगा।