रुपाणी सरकार के खिलाफ पूर्व विधायकों ने खोला मोर्चा, पेंशन-भत्ते की मांग को लेकर करेंगे आंदोलन
गांधीनगर : गुजरात में रुपाणी सरकार के खिलाफ पूर्व विधायकों ने मोर्चा खोल दिया है। पेंशन-भत्ते की मांग को लेकर आंदोलन करने की चेतावनी उन्होंने दी है। विधायकों की ओर से कहा गया है कि, यदि आगामी 26 जनवरी तक उनकी मांगें नहीं मानी गई तो 27 से वह गांधीनगर में धरना करेंगे।
हाल ही में गांधीनगर में गुजरात के पूर्व विधायकों की अति महत्वपूर्ण बैठक हुई। जिसमें एक्स एमएलएल काउंसिल के सदस्यों ने अपनी बातें रखीं है। बैठक में वर्तमान विधायकों की तरह पूर्व विधायकों को निर्वहन भत्ता, एसटी बसमें आरक्षण, वोल्वो बसमें मुफ्त यात्रा, मेडिकल उपचार के लिए निजी अस्पतालों में खर्च का पुनर्भुगतान व अन्य सहुलियतें दिए जाने की मांग की है।
बतादे कि, पहले भी इन मुद्दों पर राज्य के मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता के समक्ष कईबार गुहार लगाई जा चुकी है। इसबार एक्स एमएलए काउंसिल के चेयरमैन बाबूभाई मेघजी शाह ने राज्य सरकार को 26 जनवरी तक का समय दिया है। साथ ही इन मुद्दों का समाधान नहीं होने पर 27 जनवरी से सरकार के खिलाफ धरना करने की चेतावनी दी गई है।
बतादे कि, राज्य में 560 पूर्व विधायक हैं। इनमें 231 का निधन हो चुका है, जबकि 329 विधायक जीवित हैं। वर्तमान में भी विधानसभा के दो तिहाई विधायक करोड़पति है। लेकिन 150 पूर्व विधायकों की माली हालत काफी खराब चल रही है। इनमें से कईयों को तो खाने व इलाज के लिए भी भारी तकलीफ उठानी पड़ रही है। ऐसेमें अगर मांगे पूरी नहीं हुई तो इनका गुस्सा प्रेशर कुकर की तरह राज्य सरकार पर फटेगा।